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महाविद्यालय का इतिवृत्त


हिन्दुस्तान की नव-जागरण के उषाकाल में महामना पं0 मदन मोहन मालवीय की सद्प्रेरणा से स्व0 राजा रतन सेन सिंह ने भगवान बुद्ध की जन्म स्थली सिद्धार्थनगर परिक्षेत्र में जो ज्ञान-दीप प्रज्ज्वलित किया, उसकी दीप्ति को तीव्रता और उसके प्रभामण्डल को व्यापकता स्व0 राजा पशुपति प्रताप नारायण सिंह ने वर्ष 1968 में रतन सेन महाविद्यालय की संस्थापना करके प्रदान किया।
अपने स्थापना वर्ष के 55 वें सोपान पर यह महाविद्यालय कला, विज्ञान एवं शिक्षा संकाय के अन्तर्गत अनुमन्य बी0ए0, एम0ए0, बी0एस-सी0, बी0एड0 और पी-एच0डी0 आदि विविध अनुशासनों में मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सेवा उपलब्ध कराने में तल्लीन है। महाविद्यालय अपनी विविध उपाधियों के लिए सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर से सम्बद्ध है।
इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के जनपदीय अध्ययन केन्द्र के रूप में इस महाविद्यालय में पराम्परागत एवं रोजगारपरक पाठ्यक्रमों - बी0ए0, बी0एस-सी0, एम0ए0, सर्टीफिकेट कोर्स, डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा आदि में भी प्रवेश और प्रशिक्षण का अवसर उपलब्ध है।
यशस्वी प्रबन्धक महोदया महारानी वसुन्धरा कुमारी और पूर्व प्रबन्धक राजा जय प्रताप सिंह ;विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री, उ0प्र0 शासनद्धके अथक प्रयास के फलस्वरूप महाविद्यालय उत्तरोत्तर संसाधन सम्पन्न होता जा रहा है। उनके संरक्षण और सजग मार्गदर्शन में महाविद्यालय संस्था के सतत् अकादमिक स्तरोन्नयन के लिए संकल्पबद्ध है।
अपने योग्य और निष्ठावान प्राध्यापक मण्डल के साथ हमारा लक्ष्य है कि युवा पीढ़ी को सुरुचि सम्पन्न, संस्कारवान और भारतीय संस्कृति का वाहक बनाना, युग की चुनौतियों का सामना करने हेतु दक्ष, कार्यकुशल और आत्मविश्वासी बनाना, व्यक्ति-निर्माण से आगे बढ़कर उन्हें राष्ट्र-निर्माण के गुरुतर दायित्व निर्वहन में प्रवृत्त करना और इस प्रकार प्रदेश में रतन सेन डिग्री काॅलेज की स्वतंत्र पहचान बनाना। जिससे रोजगार प्राप्त कर विद्यार्थी पूरे जीवन स्वानुशासित रह कर एक अच्छे नागरिक बन सके।

आइये, श्रेय के मार्ग पर अग्रसर हों !

 
  प्रबन्धक                                                                                                                            प्राचार्य
रानी वसुन्धरा कुमारी                                                                                                            डॉ0 संतोष कुमार सिंह 

Prospectus_RSDC.pdf